नन्ही परी मेरी
घुटनों के बल चलती है,
खड़े होने की कोशिश में
कभी वह सहारा लेती है
मजबूत चीजों का,
कभी उसके हांथ में टेबिल
आ जाती है
तो कभी पलंग का कोना,
कभी वह ड्रेसिंग टेबिल पकड़ती,
और फिर उस पर रखती अपने खिलौने,
तब उसकी खुशी का ठिकाना नहीं होता,
शीशे में यदि दिख जाता
उसे अपना चेहरा ....।
कोमल अभिव्यक्ति-ममतामयी!
जवाब देंहटाएंबहुत नाजुक, बहुत सुन्दर!!
जवाब देंहटाएंकविता बहुत सुंदर है.... .
जवाब देंहटाएंमासूमियत से भरी सुन्दर रचना
जवाब देंहटाएंकोमल बाहों को सहारा चाहिये ...
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जवाब देंहटाएंमनभावन!
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ये नन्ही परियां ऐसे ही चहकती रहें ...खुश होती रहें ...
जवाब देंहटाएंसुन्दर अभिव्यक्ति ...!
ye kavita nanhhi pari ki trah sunder hai.
जवाब देंहटाएंप्यारी और मासूम अभिव्यक्ति...
जवाब देंहटाएं____________________
आप सबका 'बाल-दुनिया' में स्वागत है.
कित्ती प्यारी बातें...प्यारा चित्र..बधाई.
जवाब देंहटाएं_________________
पाखी की दुनिया में मायाबंदर की सैर...
मनभावन होने के कारण
जवाब देंहटाएं"सरस पायस" पर हुई "सरस चर्चा" में
प्यारी-प्यारी इस चर्चा में प्यार बहुत है
!
शीर्षक के अंतर्गत
इस पोस्ट की चर्चा की गई है!
प्यारी और मासूम अभिव्यक्ति...
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