दर्द सहकर मुस्कराती है बहते हैं आंसू जब मां के बच्चों से छिपाती है कड़ी धूप में खुद नंगे सिर हो तो कोई बात नहीं दामन से अपने लाल को ढंककर झुलसने से बचाती है ...।।
माँ ऐसी प्यारी ही तो होती है मैं एक Social worker हूं और समाज को स्वास्थ्य संबंधी जानकारियां देता हुं। मैं Jkhealthworld संस्था से जुड़ा हुआ हूं। मेरा आप सभी से अनुरोध है कि आप भी इस संस्था से जुड़े और जनकल्याण के लिए स्वास्थ्य संबंधी जानकारियां लोगों तक पहुचाएं। धन्यवाद। HEALTHWORLD
maa hoti hi aisi hai...
जवाब देंहटाएंमाँ की ममता से बड़ी दुनियाँ में कुछ भी नहीं !
जवाब देंहटाएंकविता से उठती ममता की प्यारी खुशबू मन को सुवासित कर रही है !
आभार !
सुंदर ममतामयी रचना.....
जवाब देंहटाएंwo maa hai na...
जवाब देंहटाएंमाँ ऐसी प्यारी ही तो होती है .....सुन्दर कविता
जवाब देंहटाएंमाँ के प्यार के आगे सब बेकार.
जवाब देंहटाएंaapki is rachna ko kavita munch blog par sanjha kiya gya hai sada didi
जवाब देंहटाएंbhaskar Sanjay
http://kavita-manch.blogspot.in/
माँ ऐसी प्यारी ही तो होती है
जवाब देंहटाएंमैं एक Social worker हूं और समाज को स्वास्थ्य संबंधी जानकारियां देता हुं। मैं Jkhealthworld संस्था से जुड़ा हुआ हूं। मेरा आप सभी से अनुरोध है कि आप भी इस संस्था से जुड़े और जनकल्याण के लिए स्वास्थ्य संबंधी जानकारियां लोगों तक पहुचाएं। धन्यवाद।
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