शब्दों को अर्थ देने का मन करे
तो मां कह दो
जब कुछ करने में असमर्थ हो
तो मां कह दो
चोटिल हो मन से तन से
तो मां कह दो
सुकून की तलाश हो जब
तो मां कह दो
तुम्हें कुछ भी असंभव लगे जब
तो मां कह दो
सज़दे में हो जब भी
तो मां कह दो
रक्षा के मंत्र जब अभिमंत्रित करने हो
तो मां कह दो
सुन लेती है मन की आवाज दूर से भी
जो मां कह दो ...
रूठकर भी हंस देती है जो प्यार से तुम
मां कह दो ...
'' सच मां शब्द कितना जादू करता है न ''
माँ शब्द का जादू सिर्फ महसूस किया जा सकता है।
जवाब देंहटाएंसादर
बहुत सुन्दर अर्थपूर्ण किन्तु सबसे सरल भी ..
जवाब देंहटाएंअभिनन्दन.. सदा ..
सभी कहते हैं भगवान् सभी जगह नहीं पहुचं सकते , इस लिए माँ बनाए.... !अति सुन्दर रचना.... :)
जवाब देंहटाएंममता से भरी सुन्दर पंक्तियाँ !
जवाब देंहटाएंआभार !
ममता से ओत-प्रोत भावमयी सुन्दर रचना...
जवाब देंहटाएंbas jadu...sirf jadu
जवाब देंहटाएंNo one can be more sweet than mom..
जवाब देंहटाएंमाँ तो माँ होती है .........अति सुंदर भाव ..
जवाब देंहटाएंरूठकर भी हंस देती है जो प्यार से तुम
जवाब देंहटाएंमां कह दो ...
Sach me.... Buhut Sunder
माँ तो झट से मान जाती है ...थोडा प्यार करते ही.... आपकी कविता बहुत प्यारी है....
जवाब देंहटाएंमाँ मे शक्ति है, स्नेह है, मिठास है,
जवाब देंहटाएंमाँ मे प्राथना है, ईश्वर का वास है।
ममत्व से भरी इस सुंदर रचना के लिए बहुत -बहुत धन्यवाद है।
माँ शब्द में ही इतना जादू है तो माँ में कितना होगा .... अनुमान भी नहीं लगा सकते । ...सुंदर रचना
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