तारो की पोटली,
खुलकर गिरी कही..
जब मिली तो एक तारा कम था,
मद्धम रोशनी में,
ज़मीन पर देखा
तो एक नन्ही मुस्कुराहट
उंगली थाम के चली
आई आँगन में..
खिलखिलाती रहती है
अब गालो पे हमारे..
और मुड़ कर देखती है पीछे...
जब भी प्यार से
कोई कहता है... लवी...
हमारी बिटिया लविज़ा के लिए हमारे अज़ीज़ दोस्त कुश ने
एक नज़्म लिखी थी. जिसके प्रस्तुतकर्ता हैं सैय्यद अकबर
फिर से कहते है.. बहुत सुन्दर..
शानदार रचनाअच्छा तो लवी अब आंगन तक के सफर पर निकल पडी है.
उंगली थाम के चलीआई आँगन में.. खिलखिलाती रहती है अब गालो पे हमारे.. और मुड़ कर देखती है पीछे... जब भी प्यार सेकोई कहता है... लवी...सुन्दर रचना!!!
vah bahut sundar rachana....bahut sundar foto hai betee kee.
लविज़ा यकीनन लाजवाब है...खुदा नज़रे बद से बचाए... नीरज
bahut hi sundar roop se piroya hai aapne apni nanhee lawiza ko shabdon me...aisa laga wo mere samne aa gayee
कल 31/10/2011को आपकी यह पोस्ट नयी पुरानी हलचल पर लिंक की जा रही हैं.आपके सुझावों का स्वागत है .धन्यवाद!
प्यारी रचना नन्हीं बिटिया के लिए
प्यारी रचना....सादर...
ये नन्ही मुस्कराहट यूँ ही खिलखिलाहट में बदलती रहे
मुस्कान बनी रहे!
तारों की पोटलीखुल कर गिरी हैजब मिली तो एक तारा कम थामध्दम रोशनी में ज़मी पर देखाबहुत सुंदर..
फिर से कहते है.. बहुत सुन्दर..
जवाब देंहटाएंशानदार रचना
जवाब देंहटाएंअच्छा तो लवी अब आंगन तक के सफर पर निकल पडी है.
उंगली थाम के चली
जवाब देंहटाएंआई आँगन में..
खिलखिलाती रहती है
अब गालो पे हमारे..
और मुड़ कर देखती है पीछे...
जब भी प्यार से
कोई कहता है... लवी...
सुन्दर रचना!!!
vah bahut sundar rachana....bahut sundar foto hai betee kee.
जवाब देंहटाएंलविज़ा यकीनन लाजवाब है...खुदा नज़रे बद से बचाए...
जवाब देंहटाएंनीरज
bahut hi sundar roop se piroya hai aapne apni nanhee lawiza ko shabdon me...aisa laga wo mere samne aa gayee
जवाब देंहटाएंकल 31/10/2011को आपकी यह पोस्ट नयी पुरानी हलचल पर लिंक की जा रही हैं.आपके सुझावों का स्वागत है .
जवाब देंहटाएंधन्यवाद!
प्यारी रचना नन्हीं बिटिया के लिए
जवाब देंहटाएंप्यारी रचना....
जवाब देंहटाएंसादर...
ये नन्ही मुस्कराहट यूँ ही खिलखिलाहट में बदलती रहे
जवाब देंहटाएंमुस्कान बनी रहे!
जवाब देंहटाएंतारों की पोटली
जवाब देंहटाएंखुल कर गिरी है
जब मिली तो एक तारा कम था
मध्दम रोशनी में ज़मी पर देखा
बहुत सुंदर..