
मां जब भी कोई पल मुझे तन्हा मिलता है
वो सिर्फ तेरी ही बात कर लिया करता है ।
तेरा अहसास मेरे साथ चलता है वर्ना ये
मासूम बच्चे सा हर कदम पर डरता है ।
तेरे साथ होने का जज्बा दिल में इस कदर है,
मन ही मन हर पल तुझे पुकार लिया करता है ।
तुम कभी दुआ बनती कभी जिन्दगी हो जाती,
तभी तो खुद से ज्यादा ऐतबार तुम पे करता है ।
मां मुश्किल की घड़ी में तेरा आंचल मेरे लिये,
सुरक्षित कर मुझे रक्षा कवच हो जाया करता है ।